29 March, 2024
प्रधानमंत्री ने कहा देवभूमि की तस्वीर बदलेगी, विकास के इन नवरत्नों से

प्रधानमंत्री ने कहा देवभूमि की तस्वीर बदलेगी, विकास के इन नवरत्नों से

देवभूमि उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देवभूमि उत्तराखंड को वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में एक बड़ा तोहफा दिया। इस मौके पर उन्होंने खुलकर उत्तराखंड के विकास के लिए निर्धारित नौ रत्नों का भी जिक्र किया है, जिसके माध्यम से “डबल इंजन” की सरकार पहाड़ी राज्य की तक़दीर और तस्वीर दोनों को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारी सरकार का पूरा ध्यान “विकास के नवरत्नों” पर है। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा है, “नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स जो यहां चल रहे हैं, उन्हें भी धामी जी की सरकार ने नई ऊर्जा दी है।”

देवभूमि उत्तराखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। उनका उत्तराखंड आने और देवभूमि के विकास के प्रति उनके विचार, कार्यक्षमता, और प्रस्तावित योजनाओं का प्रदर्शन करने का यह सब पर्याप्त प्रमाण है कि उन्होंने अपने मुखारबिंद से कहा है, “यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा”, और यह सब आज वास्तव में धरातल पर परिलक्षित हो रहा है।

आज, वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह पर उन्होंने “यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा” के वाक्य को दोहराया है, और इसके साथ ही बताया है कि इस दशक में उत्तराखंड कैसे विकसित हो रहा है। विकास के नवरत्नों के बारे में विस्तार से बोलते हुए, उन्होंने बताया है कि उत्तराखंड के लिए विकास के नवरत्न के तहत चल रहे कार्य कितने महत्वपूर्ण होंगे आने वाले दिनों में।

ये हैं उत्तराखंड विकास के नवरत्न

  • पहला रत्न: केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपए के माध्यम से पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
  • दूसरा रत्न: गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है।
  • तीसरा रत्न: मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के माध्यम से कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने का काम चल रहा है।
  • चौथा रत्न: राज्य भर में होम स्टे को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब तक 4000 से अधिक होम स्टे पंजीकृत किए गए हैं।
  • पांचवा रत्न: 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास किया जा रहा है।
  • छठा रत्न: उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। उधमसिंह नगर में AIIMS का सेटलाइट सेंटर भी स्थापित किया जा रहा है।
  • सातवां रत्न: टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना को लगभग 2 हजार करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जा रहा है।
  • आठवां रत्न: ऋषिकेश-हरिद्वार को एडवेंचर टूरिज्म और योग की राजधानी के रूप में विकसित किया जा रहा है।
  • नौवा रत्न: टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन पर काम शुरू होने वाला है,

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आप लोगों ने एक कहावत सुनी होगी – “सोने पर सुहागा”. इसलिए इन नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए, यहां चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को भी धामी जी की सरकार ने नई ऊर्जा दी है। चारधाम महापरियोजना का काम 12 हजार करोड़ रुपए की लागत से तेजी से प्रगति कर रहा है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के तैयार हो जाने से देहरादून से दिल्ली जाना और आना बहुत आसान हो जाएगा। यहां रोड कनेक्टिविटी के साथ-साथ, उत्तराखंड में रोप-वे कनेक्टिविटी के लिए भी बड़े पैमाने पर काम हो रहा है। पर्वतमाला योजना के आने वाले दिनों में उत्तराखंड का भाग्य बदलने की संभावना है। जिस कनेक्टिविटी की उत्तराखंड के लोगों ने बरसों से प्रतीक्षा की है, वह प्रतीक्षा भी हमारी सरकार समाप्त कर रही है।

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