June 3, 2023
UK board 10th result 2023 topper: कारपेंटर और बस चालक के बेटे ने प्राप्त किया प्रदेश में पहला और दूसरा स्थान

UK board 10th result 2023 topper: कारपेंटर और बस चालक के बेटे ने प्राप्त किया प्रदेश में पहला और दूसरा स्थान

UK Board 10th Result 2023 Topper: सुशांत चंद्रवंशी, जो मूल रूप से बिहार के बेतिया के निवासी हैं, उनके पिता ध्रुव प्रसाद राजवंशी चिन्यालीसौड़ बाजार में फर्नीचर की दुकान चलाते हैं। उनकी मां ललिता देवी एक गृहिणी हैं।

सुशांत चंद्रवंशी ने उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में उच्चतम (प्रतिशत)अंक प्राप्त किए हैं। वे टिहरी जिले के थौलधार भागीरथी उच्चतर माध्यमिक विद्या मंदिर कंडी-छाम के छात्र हैं। उन्होंने 99 प्रतिशत अंक प्राप्त कर, अपने प्रदेश की मेरिट लिस्ट में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है और अपने जिले का नाम रोशन किया है।

कितने नंबर मिले है सुशांत को

सुशांत ने गणित विषय में पूरे 100 नंबर प्राप्त किए हैं, जबकि विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और संस्कृत में वे 99-99 नंबर, हिंदी में 98 नंबर और अंग्रेजी में 95 नंबर हासिल किए हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं सुशांत

सुशांत ने बताया है कि वह ट्यूशन के बिना ही अपनी पढ़ाई की तैयारी किया करते थे, वे रोजाना 4 से 5 घंटे तक पढ़ाई करते हैं और कठिन विषयों को लगातार पढ़ते रहते हैं। वे भविष्य में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। सुशांत की एक बड़ी बहन भी है, जो पॉलीटेक्निक में अध्ययन कर रही हैं।

रोडवेज बस चालक के बेटे ने प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त किया

आयुष सिंह रावत, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास ऋषिकेश के छात्र है, उत्तराखंड हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। उन्होंने हाईस्कूल परीक्षा में 98.80 अंक प्राप्त किए हैं, जिससे उन्होंने अपने विद्यालय और प्रदेश का मान बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि पर विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत और शिक्षकों ने उन्हें बधाई दी है। आयुष ने हिंदी में 100, अंग्रेजी में 99, गणित में 99, विज्ञान में 97, सामाजिक विज्ञान में 99 और संस्कृत में 97 अंक प्राप्त किए हैं।

Check Uttarakhand Board Result 2023

आयुष सिंह रावत ने बताया कि उनकी दो बड़ी बहनें हैं। एक बहन ने एमकॉम की पढ़ाई पूरी कर ली है। उससे छोटी बहन अभी इंटरमीडिएट (12वीं कक्षा) में अध्ययनरत है। उनके पिता बालम सिंह रावत रोडवेज में बस चालक हैं, जबकि मां अनीता रावत गृहणी हैं। आयुष ने कहा कि यह सब उनकी स्वयं के मेहनत का परिणाम हैं और बचपन से ही उनका ध्यान पढ़ाई की ओर अग्रसर रहा है। वह एक दिन में चार से पांच घंटे की पढ़ाई करते हैं और उनका लक्ष्य प्रोफेसर बनना है।

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