28 October, 2024
हल्द्वानी में पालतू कुत्तों का पंजीकरण करना अनिवार्य

हल्द्वानी में पालतू कुत्तों का पंजीकरण करना अनिवार्य

हल्द्वानी नगर निगम ने पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है. इसके लिए नगर निगम कार्यालय में 200 रुपये पंजीकरण शुल्क जमा करना होगा. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो पकड़े जाने पर 500 रुपये से 2000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.

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इस पूरी प्रक्रिया को लेकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज कांडपाल ने बताया कि यदि पालतू कुत्ता तीन माह से ऊपर आयु का है तो वह पंजीकरण कराना अनिवार्य है, जिसका शुल्क 200 रुपए रखा गया है. पंजीकरण होने के बाद नगर निगम की ओर से एक टोकन दिया जाएगा जिसे कुत्ते के गले में लगाना जरूरी होगा.

नगर निगम की ओर से साफ कर दिया गया है कि पंजीकरण हर साल रिन्यू होगा और इसके लिए 50 रुपए शुल्क देना होगा. पालतू कुत्ता बिना टोकन के बाहर घूमता हुआ पाया गया तो 500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा. अगर गलती दोहराई जाती है तो यह जुर्माना हजार रुपए हो जाएगा और तीसरी बार गलती होने पर जमाने की रकम 2000 रुपए हो जाएगी. अगर कुत्ता पालने वाला शख्स नगर निगम के नियम को फॉलो नहीं करता है तो सुसंगत धाराओं के अंतर्गत उस पर कार्रवाई होगी.

इसके अलावा पड़ोसी की शिकायत करने पर जांच में पशुपालक दोषी पाया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. वहीं नगर निगम हल्द्वानी द्वारा पंजीकरण व्यवस्था को सभी पालतू जानवरों के लिए लागू करने की तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है कि इस नियम के लागू होने के बाद शहर में आवारा घूमते पशुओं की संख्या कम हो सकती है. इसके अलावा शहर में गंदगी भी कम होगी.

पालतू कुत्तों का पंजीकरण क्यों आवश्यक है?

पालतू कुत्तों का पंजीकरण निम्नलिखित कारणों से आवश्यक है:

  • पंजीकरण से नगर निगम को पालतू कुत्तों की संख्या और उनके स्वामियों का पता चल जाएगा.
  • पंजीकरण से आवारा कुत्तों की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी.
  • पंजीकरण से कुत्तों को आवश्यक टीकाकरण और चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी.
  • पंजीकरण से कुत्तों के मालिकों को जिम्मेदाराना तरीके से कुत्तों को पालने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा.

पालतू कुत्तों का पंजीकरण कैसे करें?

पालतू कुत्तों का पंजीकरण करने के लिए आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:

  1. नगर निगम कार्यालय जाकर पंजीकरण फॉर्म भरें.
  2. पंजीकरण फॉर्म के साथ कुत्ते की फोटो, कुत्ते के टीकाकरण का प्रमाण पत्र और कुत्ते के मालिक का पहचान पत्र जमा करें.
  3. पंजीकरण शुल्क का भुगतान करें.
  4. नगर निगम कार्यालय से पंजीकरण प्रमाण पत्र प्राप्त करें.

पालतू कुत्तों के पंजीकरण से होने वाले लाभ

पालतू कुत्तों के पंजीकरण से निम्नलिखित लाभ होते हैं:

  • आवारा कुत्तों की समस्या कम होगी.
  • कुत्तों को आवश्यक टीकाकरण और चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी.
  • कुत्तों के मालिकों को जिम्मेदाराना तरीके से कुत्तों को पालने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा.
  • शहर में स्वच्छता और स्वास्थ्य का स्तर बढ़ेगा.

यदि आप एक पालतू कुत्ते के मालिक हैं तो कृपया अपने कुत्ते का पंजीकरण अवश्य कराएं.

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