ये है मुख्य बिंदु (Headlines)
- मरीजों में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ फैला आक्रोश
- आर्थिक तंगी के चलते मरीज बाहर के अस्पतालों के धक्के खाने को मजबूर
- स्वास्थ्य विभाग ने नहीं लिया मांग का संज्ञान नहीं लिया
- अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो चुकी हैं
मरीजों में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ फैला आक्रोश
लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में चल रही विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के चलते तथा हफ्ते में पूरे दिन अल्ट्रासाउंड ना होने से क्षेत्र के लोगों व मरीजों में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ आक्रोश फैल गया है। आक्रोशित मरीजों व लोगों ने गुरुवार को पालिका सभासद राजकिशोर साह के नेतृत्व में लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में नारेबाजी करते हुए स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर चिकित्सा अधीक्षक डॉ सोनाली मंडल को ज्ञापन दिया।
आर्थिक तंगी के चलते मरीज बाहर के अस्पतालों के धक्के खाने को मजबूर
उनकी मांगे पूरी करने की मांग की सभासद राजकिशोर शाह ने कहा लंबे समय से अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों का अभाव बना हुआ है। जिस कारण दूर-दूर क्षेत्रों के साथ नेपाल राष्ट्र से आने वाले मरीजों को अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिस कारण मरीजों को बाहर के अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है। और आर्थिक तंगी के चलते मरीज बाहर के अस्पतालों में धक्के खाने को मजबूर है। शाह ने कहा अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट होने के बावजूद हफ्ते में सिर्फ 3 दिन गर्भवती महिलाओं व मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने नहीं लिया मांग का संज्ञान नहीं लिया
स्वास्थ्य विभाग से कई बार मांग करने के बावजूद कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र के मरीजों की दिक्कतों से कोई लेना-देना नहीं है। सभासद शाह ने चेतावनी देते हुए कहा अगर एक हफ्ते के भीतर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह लोग अस्पताल में धरने में बैठ जाएंगे। वहीं चिकित्सा अधीक्षक डॉ सोनाली मंडल ने कहा रेडियोलॉजिस्ट की आंख में हो रही परेशानी के चलते अल्ट्रासाउंड हफ्ते में 3 दिन किए जा रहे हैं।
अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल
जिसके लिए सीएमओ को सूचना दे दी गई है। तथा विशेषज्ञ डॉक्टरों के लिए शासन को पत्र लिखे गए हैं। अस्पताल में जो डॉक्टर मौजूद हैं। वह अस्पताल की सुविधाओं के हिसाब से मरीजों का उपचार कर रहे हैं कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा वही पुराना और घिसा पिटा जवाब दिया जा रहा है। लोहाघाट अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो चुकी हैं। क्षेत्र के मरीज बाहर के अस्पतालों के धक्के खाने को मजबूर है। जबकि मुख्यमंत्री के द्वारा चंपावत को आदर्श जिला बनाने की बात कही जा रही है।
रिपोर्टर- लक्ष्मण बिष्ट (लोहाघाट)