ये है मुख्य बिंदु (Headlines)
- मुख्यमंत्री धामी द्वारा नर्सरी के विकास हेतु की गई यह घोषणा
- नर्सरी में 2200 सेब के पौधे 266 पौधे कीवी के,लगाए गए है
- जनवरी माह में किसानों को रोपित करने हेतु दिए जाएंगे ये पौधे
- विद्यार्थियों ने विभिन्न फल पौधों आदि के बारे में जानकारी ली
- भविष्य में इस क्षेत्रके युवा अपना रोजगार अपना सकें
मुख्यमंत्री धामी द्वारा नर्सरी के विकास हेतु की गई यह घोषणा
चंपावत विधायक व प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नर्सरी के विकास हेतु की गई है। घोषणा जिसके अनुरूप हो रहे हैं। कार्य सरकार द्वारा उत्तराखंड को हॉर्टिकल्चर टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस क्षेत्र में विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जनपद चंपावत में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु पर्यटन विकास के क्षेत्र में अनेक घोषणाएं भी की गई है। जिनके अंतर्गत आज कार्य धरातल पर दिख रहे हैं। साथ ही लोगों को स्वरोजगार से जोड़े जाने हेतु कृषि, औद्योनिकी पशुपालन से भी आगे बढ़ाया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की चंपावत जिले को एक आदर्श जिला बनाए जाने की परिकल्पना के साकार एवं पूर्ण करने हेतु लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
नर्सरी में 2200 सेब के पौधे 266 पौधे कीवी के,लगाए गए है
इसी के अंतर्गत जिला मुख्यालय के निकट मुडियानी में स्थित उद्यान विभाग की नर्सरी को विकसित किया जा रहा है। इस नर्सरी में जहां एक ओर विभिन्न प्रजाति के फल पौधों को उगाया गया है।, वहीं विभिन्न प्रकार की नर्सरी भी तैयार की जा रही है। जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी द्वारा मुडियानी नर्सरी के विकास हेतु स्वयं पहल करते हुए उद्यान विभाग को नर्सरी विकसित करने हेतु निर्देश दिए गए। जिसके अनुरूप आज नर्सरी में 2200 पौधे सेब के, 266 पौधे कीवी के, 175 क्राफ्टेड अखरोट के, 50 पौधे चैरी के, 50 पौधे सेव लव प्रजाति के लगाए गए हैं।
जनवरी माह में किसानों को रोपित करने हेतु दिए जाएंगे ये पौधे
इसके अतिरिक्त सेव तथा कीवी की नर्सरी भी तैयार की गई है।, जिसमें 10 हजार पौधे सेव के है। जिन्हें जनवरी माह में किसानों को रोपित करने हेतु दिए जाएंगे। साथ ही इतने ही कीवी के पौधे तैयार किए गए हैं।, जिन्हें किसानों को वितरित किए जायेंगे। नर्सरी में इसके अलावा 8 कुंटल आलू के बीज, फ्रासबीन भी पैदा किए जा रहे हैं। नर्सरी में विभिन्न प्रजाति के फूल जिसमें लिलियम, जबरेला, कार्नेसस, ग्लोडिला, रजनीगंधा भी उत्पादित किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी द्वारा समय-समय पर जिले के महाविद्यालय तथा इंटर कॉलेजों के विद्यार्थियों को मुडियानी नर्सरी भ्रमण कराए जाने के उद्यान विभाग को दिए थे।
विद्यार्थियों ने विभिन्न फल पौधों आदि के बारे में जानकारी ली
जिसके क्रम में चंपावत डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा नर्सरी का भ्रमण कर वहां उत्पादित विभिन्न फल पौधों आदि के बारे में जानकारी ली। भ्रमण में महाविद्यालय के विभिन्न विषयों पर शोध कर रहे शोधार्थी भी शामिल रहे। जिन्हें जिला उद्यान अधिकारी टीएन पांडे तथा अन्य विभागीय उद्यान विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी। इस दौरान शोधार्थी व छात्र-छात्राओं द्वारा नर्सरी की सराहना करते हुए अवगत कराया कि यह नर्सरी उन्हें विभिन्न विषयों पर शोध में लाभ प्रदान करेगी। इस दौरान जिला उद्यान अधिकारी ने अवगत कराया।
भविष्य में इस क्षेत्रके युवा अपना रोजगार अपना सकें
इसी प्रकार अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी नर्सरी का भ्रमण कराया जाएगा ताकि वह औद्योनिकी गतिविधियों की जानकारी हासिल कर सकें। तथा भविष्य में इस क्षेत्र में अपना रोजगार अपना सकें।भ्रमण के दौरान चंपावत डिग्री कॉलेज के वनस्पति विभाग के सहायक अध्यापक डॉ विवेक कुमार, गृह विज्ञान एवं राज्य सेवायोजन की प्रभारी अधिकारी डॉ भूपेंदर औलख, जिला लैंड बैंक प्रबंधक पीएस गर्बियाल, मुडियानी नर्सरी प्रभारी विनोद कुमार सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं व शोधार्थी उपस्थित रहे।
रिपोर्टर – लक्ष्मण बिष्ट (लोहाघाट)