पिथौरागढ़: उत्तराखंड का सीमांत जिला पिथौरागढ़, इस जिले में, हर नियम-कानून को उल्लंघन करते हुए, नाबालिग बच्चियों की शादी कराई जा रही है।
कुछ समय पहले धारचूला में 12 साल की बच्ची की एक नहीं बल्कि दो बार शादी करा दी गई थी। इतना ही नहीं बच्ची प्रेग्नेंट भी हो गई थी।
पिथौरागढ़ में 12 साल की लड़की की दो शादी:
बच्चियों को किताबें पकड़ने की उम्र में, उनके कंधों पर गृहस्थी का भार डाल दिया जाता है, जो अनुचित है। कम उम्र में शादी के बाद, वे जल्दी ही मां बन जाती हैं और गंभीर बीमारियों का शिकार भी होती हैं। चाइल्ड हेल्प लाइन के आंकड़ों पर ध्यान दें, तो पता चलता है कि ऐसे मामले हर साल बढ़ रहे हैं। धारचूला में भी कुछ समय पहले, एक 12 साल की बच्ची को एक नहीं बल्कि दो बार शादी करा दी गई थी। वह बच्ची प्रेग्नेंट भी हो गई थी। जनपद में पिछले कुछ वर्षों में बाल विवाह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
साल 2015-16 से लेकर अब तक के आंकड़ों पर ध्यान दें तो बाल विवाह के 74 मामले पकड़े गए हैं। अधिकांश मामलों में प्रशासन द्वारा सतर्कता के साथ शादी रोकी गई, केवल 2 मामलों में नाबालिगों की शादी हो गई थी। इनके बाद में, विवाह में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। वर्ष 2020-21 में बाल विवाह के सबसे अधिक मामले देखने को मिले। उस समय, चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने यहां 17 मामले पकड़े थे। साल 2015 के बाद से ये आंकड़े सबसे अधिक हैं। साल 2022-23 में भी बाल विवाह के 14 मामले सामने आए हैं। इन आंकड़ों को देखकर आप स्थिति की गंभीरता का अंदाजा खुद लगा सकते हैं।
अभी कुछ समय पूर्व मुख्यमंत्री धामी जी ने बाल विवाह की पूर्व सूचना देने या उसे रोकने का प्रयास करने वाले वक्ति या संस्था को दस हजार रुपए का पुरस्कार का ऐलान किया था.
अगर आपके आस पास होने वाली ऐसे घटनाओ की सूचना Uttarakhand Child Helpline Number 1098 और Women Empowerment & Child Development 0135-2775814 पर साझा जरूर करे