यूपीसीएल द्वारा उपभोक्ताओं पर डाले जाने वाली महंगी बिजली का भार कम होने के प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग ने खारिज कर दिया है। उद्योग जगत ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। यूपीसीएल ने फ्यूल सरचार्ज एडजस्ट को हर महीने तय करने की मांग की थी लेकिन विद्युत नियामक आयोग ने इस प्रस्ताव का तीखा विरोध करते हुए उपभोक्ताओं पर बिजली का भार नहीं डालने का निर्णय लिया है। अब विद्युत नियामक आयोग अपने स्तर पर ड्राफ्ट जारी करेगा जिस पर सभी पक्षों से सुझाव मांगे जाएंगे और उन्हें सुनने के बाद आदेश जारी किया जाएगा।
यूपीसीएल ने हर 3 महीने में तय होने वाले फ्यूल सरचार्ज एडजस्ट को हर महीने तय करने की मांग की थी। बाजार से खरीदी जाने वाली अतिरिक्त बिजली का भार हर महीने उपभोक्ता पर डाले जाने का प्रस्ताव आयोग को भेजा था। जिसके बाद इस प्रस्ताव पर मंगलवार को आयोग में सुनवाई की गई। साथ ही आयोग ने इस प्रस्ताव का तीखा विरोध करते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया। आयोग अब अपने स्तर पर ड्राफ्ट जारी करेगा। आयोग के तकनीकी सदस्य एमके जैन ने बताया कि आयोग अपने स्तर से ड्राफ्ट जारी करेगा और इसके बाद सभी लोगों से सुझाव लिए जाएंगे। सभी पक्षों की राय सुनने के बाद, आदेश जारी किया जाएगा।