ये है मुख्य बिंदु (Headlines)
- बरसात के दिनो में नदी का जल स्तर बढ़ने से ग्रामीणों का रहना मुशकिल
- कृषि भूमि ,व ग्रामीणों के आवासीय भवनों में रहता है खतरा
- प्रशासन, और जनप्रतिनिधियों के पास रख चुके है क्षेत्रवासी अपनी समस्या
बरसात के दिनो में नदी का जल स्तर बढ़ने से ग्रामीणों का रहना मुशकिल
अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर विधानसभा में हटूडा ,फल्यूडा साईं नदी पर तटबन्ध, सुरक्षा दीवार की मांग को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने क्षेत्र जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारियों को कई बार गुहार लगा चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनो में नदी का जल स्तर बढ़ने से कारण ग्रामीणों का रात को रहना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि 2013 मे आयी आपदा के कारण साई नदी के दोनो तरफ के तटबन्ध बह चुके है। लेकिन 9साल बीत जाने बाद भी क्षेत्र जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारियों ने तटबंध, सुरक्षा दीवार बनाने की कोई सुघ तक नहीं ली।
कृषि भूमि ,व ग्रामीणों के आवासीय भवनों में रहता है खतरा
ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनो में नदी का जल स्तर बढ़ने से कारण ग्रामीणों के माथे में चिंता की लकीरें खींच जाती है। कृषि भूमि ,व ग्रामीणों के मकानों में ख़तरा मंडराता है। ग्रामीणों ने जीवन की सारी जमा पूंजी लगाकर और बैक से कर्ज लेकर मकान निर्माण किया। लेकिन उन में भी तबाही का मंजर देखने मिल रहा है। स्थानीय निवासी मंगल खंपा जो की उस आपदा से सब से ज्यादा प्रभावित हुऐ है। उन का कहना है बरसात के दिनो मे बरसात ज्यादा होती है तो रात को सो नही पाते है। हमेशा भय बना रहता है।
प्रशासन, और जनप्रतिनिधियों के पास रख चुके है क्षेत्रवासी अपनी समस्या
उन्होने शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों सभी के पास अपनी समस्या को रखा है। वो कहते है बस हर बार आश्वासन ही मिलता है। सामाजिक कार्यकर्ता शिवेन्द्र बोरा ने शासन,प्रशासन ,व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से तुरंत साई नदी के दोनो तरफ तटबन्ध व सुरक्षा दीवार लगाने की मांग की। जिस से दोनो तरफ की कृषि भुमि ,व वहा पर रह लोगो को सुरक्षित रखा जा सके।
रिपोर्टर-दिनकर प्रकाश जोशी (सोमेश्वर)