ये है मुख्य बिंदु (Headlines)
- जान जोखिम में रख कर स्कूल जाने को मजबूर बच्चे प्रशासन ने नहीं ली कोई सूद
- पिछले साल आई भयानक आपदा में नदी में समां गया था पुल
- स्थानीय नेताओ को कई बार करवा चुके सूचना से अवगत
जान जोखिम में रख कर स्कूल जाने को मजबूर बच्चे प्रशासन ने नहीं ली कोई सूद
जनपद उत्तरकाशी से महज कुछ किलोमीटर दूर बोन जिसे की विकास के नये आयाम देने के लिए सांसद ने गोद ले रखा है पर विकास किस प्रकार हुवा है आप अपनी टीवी स्क्रीन पर देख सकते हैं आपको बता दें कि इन बच्चों एवं अध्यापकों को इनके उज्जवल भविष्य के लिए स्कूल भेजा जा रहा है
पिछले साल आई भयानक आपदा में नदी में समां गया था पुल
पिछले साल आई आपदा में स्कूल जाने का पुल बह गया था साल बर्बाद भी इसका निर्माण न होने से ये बच्चे एवं अध्यापक अपनी जान से खेल कर स्कूल जा रहे हैं ग्राम प्रधान का कहना है कि वह कहीं बार शासन प्रशासन को लिखित में दे चुके हैं
स्थानीय नेताओ को कई बार करवा चुके सूचना से अवगत
यहां पर नया पुल बनाया जाए पर कोई सुनने को तैयार नहीं है जब सांसद के गोद लिए गांव का ये हाल है तो बाकी का विकास कैसा हो रहा है सोचनीय विषय है
रिपोर्टर- दीपक नौटियाल(उत्तरकाशी)