Uttarkashi News: स्कूल की नयी विल्डिंग में कक्षाएं संचालित करने से पहले कई छात्राओं की हुई तबियत खराब
राजकीय इंटर कालेज कमद में स्कूली छात्राऐ अजीब सी हरकतें कर रही है। स्थानीय लोगों का कहना है। कि इस स्कूल में दैवीय प्रकोप है। जिसके कारण यह स्कूली बच्चे ऐसी हरकतें कर रहे हैं। वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य का भी मानना है कि स्कूल में जब से नयी विल्डिंग में कक्षाएं संचालित की गयी है। तब से लगातार ऐसे मामले बढ़े हैं। जिसके कारण कक्षाएं संचालित करना मुश्किल हो रहा है। स्कूल के नए भवन में बैठते के बाद एक के बाद एक छात्रा बेहोश हो रही है।और रोना चिल्लाना कर रही है
ऐसे में स्थिति बहुत गंभीर हो गयी है। शिक्षको को कुछ समझ नहीं आ रहा है। अभिभावक द्वारा बताया जा रहा है। की सभी बीमार पड़ी छात्राओं को उनके अभिभावक द्वारा मंदिर में ले जाकर पूजा पाठ करवाई। वही अभिभावको ने बीमार हुई छात्राओं के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियो से संज्ञान लेने को कहा क्योकि इससे पहले भी प्रदेश में ऐसे मामले कई स्कूलो में आ चुके है।
शिक्षा विभाग ने बताया मास हिस्टीरिया की बीमारी (Mass Hysteria)
किसी एक मरीज की असामान्य हरकत के साथ अन्य लोग भी उसकी नकल करते हैं। इसमें व्यक्ति अंदर ही अंदर घुटता है और अपना दर्द व बाते किसी के सामने नहीं बता पाता है । पहाड़ में ऐसे मामलों में ज्यादातर देखने को मिलते है। इसे पहाड़ के लोग झाड़फूंक व देवी देवताओ का अवतार बताते है ऐसे में एक मरीज दूसरे मरीज को देखकर झूमते हैं, तो इसे मास हिस्टीरिया कहते हैं।
हिस्टीरिया के लक्षण:
हिस्टीरिया के लक्षण होने पेट में या सिर दर्द, होता है बालों को नोंचना, हाथ पांव पटकना, इधर-उधर भागना, रोना, चिल्लाना, गुस्सा करना, उदास रहना, थोड़ी देर के लिए बेहोश होकर अकड़ जाना, भूख और नींद में कमी आना ये हिस्टीरिया के लक्षण है
हिस्टीरिया का इलाज
तुरंत मनोचिकित्सक को दिखाया जाए मरीज की काउंसिलिंग करनी चाहिए तथा उसके परिवार को जागरूक करना चाहिए
मरीज के मन को केंद्रित उसके जीवन में परिवर्तन लाना चाहिए
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रिपोर्ट – दीपक नौटियाल