लंपी चर्म रोग: पौड़ी जिले में लंपी वायरस कहर बरपा रहा है. इस वायरस से अब तक 40 मवेशियों की मौत हो चुकी है. जिले में अप्रैल से ही लंपी वायरस के मामले सामने आने लगे थे. तब से लेकर अब तक पौड़ी, खिर्सू, कल्जीखाल, पोखड़ा, दुगड्डा, पाबौ आदि विकास खंडों के कई गांवों में लंपी वायरस से 40 पशुओं की मौत हो चुकी है.
लंपी वायरस एक जानलेवा वायरस है, जो पशुओं में फैलता है. इस वायरस से संक्रमित पशुओं को बुखार, सूजन, और त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं. गंभीर मामलों में, लंपी वायरस से पशुओं की मौत भी हो सकती है.
पशुपालन विभाग ने लंपी वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया है. विभाग ने अब तक डेढ़ लाख पशुओं को वैक्सीन दी है. विभाग ने पशुपालकों को जागरूक करने के लिए भी शिविर आयोजित किए हैं.
लंपी वायरस एक गंभीर बीमारी है. इस बीमारी से बचाव के लिए पशुपालकों को चाहिए कि वे अपने पशुओं को नियमित रूप से टीका लगवाएं. वे अपने पशुओं को स्वच्छ और हाइजीनिक वातावरण में रखें. वे अपने पशुओं को किसी भी संक्रमित पशु के संपर्क में आने से बचाएं. यदि आपके पशु में लंपी वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें.