उत्तराखंड के हर जिले में बनेगा मॉडल संस्कृत गाँव, धामी सरकार की अनोखी पहल
देहरादून, August 2025: उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक अनोखी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत राज्य के सभी 13 जिलों में एक-एक ‘मॉडल संस्कृत गाँव’ स्थापित किया जाएगा।
इन गाँवों में:
- संवाद और शिक्षा पूरी तरह संस्कृत में होगी
- सभी सरकारी बोर्ड, संकेत और दस्तावेज संस्कृत भाषा में होंगे
- संस्कृत प्राथमिक विद्यालय और प्रशिक्षित अध्यापक उपलब्ध होंगे
- विद्यार्थियों के लिए संस्कृत शिक्षा पर छात्रवृत्ति की व्यवस्था होगी
- गाँवों में AI आधारित संस्कृत शिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह पहल न केवल भाषा और संस्कृति का संरक्षण करेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के नए अवसर भी खोलेगी। इससे संस्कृत को रोज़मर्रा की भाषा के रूप में अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।

ग्रामीणों के लिए लाभ:
- स्थानीय पहचान और सांस्कृतिक गौरव में वृद्धि
- शिक्षा में विविधता और भाषाई कौशल में सुधार
- संस्कृत आधारित टूरिज्म और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संभावना
- राज्य की सांस्कृतिक छवि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती