चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लाक के नेपाल सीमा से लगे दूरस्थ राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय रोसाल में अजीबोगरीब वाकया देखने को नजर आया
अस्पताल के सफाई कर्मचारी के द्वारा मरीजों का इलाज कर दवाई बाटी जा रही है। और अस्पताल के डॉक्टर ड्यूटी से नदारद पाएं गए गुरुवार को क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता बसंत बल्लभ भट्ट लगभग सवेरे 9:30 बजे आयुर्वेदिक अस्पताल पहुंचे। तो वहां उन्हें अस्पताल के सफाई कर्मचारी मरीजों को दवा बांटते हुए नजर आए। और डॉक्टर नदारद मिले भट्ट ने कहा जबकि अस्पताल खुलने का समय सवेरे 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे का है। और डॉक्टर 10:00 तक अस्पताल में मौजूद नहीं है।
सफाई कर्मचारी के द्वारा मरीजों को दवा दी जा रही है। भट्ट ने कहा अगर सफाई कर्मचारी ही अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहे हैं। तो डॉक्टर की अस्पताल मे क्या जरूरत है। भट्ट ने कहा जब सफाई कर्मचारी से डॉक्टर के बारे में जानकारी ली गई तो सफाई कर्मचारी के द्वारा बताया गया कि डॉक्टर अपने कमरे में है। उन्होंने कहा जब वे डॉक्टर के कमरे में पहुंचे तो डॉक्टर कमरे में भी नहीं मिले भट्ट ने कहा।
दूर-दूर क्षेत्रों से यहां मरीज पहुंचते हैं। पर यहां भी मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं रहता हैं। जो कि आयुर्वेदिक विभाग की घोर लापरवाही है। तथा सफाई कर्मचारी के द्वारा मरीजों को दवाई देना मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही अस्पताल की अव्यवस्थाओं के चलते क्षेत्र वासियों में काफी आक्रोश है। वही सामाजिक कार्यकर्ता बसंत बल्लभ भट्ट व ग्रामीण ने आक्रोश जताते हुए प्रशासन से अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने की मांग की है।
मांगे पूरी ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। वहीं जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ आनंद सिंह गोसाई ने फोन वार्ता में बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया सफाई कर्मचारी के द्वारा दवाई बांटना काफी गंभीर मामला है। मामले की जांच करी जाएगी व डॉक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करेंगे। ड्यूटी में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं करी जाएगी। तथा सीमांत क्षेत्र के मरीजों को विभाग के द्वारा अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी।
रिपोर्टर – लक्ष्मण बिष्ट(चंपावत )