रानीखेत: ताड़ीखेत विकासखण्ड के अंतर्गत धूराफाट क्षेत्र के ग्राम प्रधानों एवं ग्रामीणों ने बयेडी़ पेयजल पंपिंग योजना में भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए जांच की मांग की है।
संयुक्त मजिस्ट्रेट के माधयम से जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए जांच की मांग की। गामीणों का कहना है कि 17 करोड़ 34 लाख रुपए की लागत से स्वीकृत यह योजना की निविदा होने के बाद विभाग द्वारा ठेकेदार को 1करोड़ 10लाख का भुगतान भी कर दिया गया।
विभाग द्वारा 3 करोड़ 70लाख की पैमाइश भी कर दी गई है जबकि ठेकेदार द्वारा तीन- चार ट्रक पाइप बयेडी मोड़ पर डाले गए हैं जिनकी अनुमानित लागत पचास साठ लाख रूपए होती है। ग्रामीणों का कहना है कि इससे यह लगता है कि योजना आरम्भ होने से पहले ही इसमें अनियमितता की जा रही है।

ज्ञापन में जिलाधिकारी से योजना का कार्य शीघ्र आरम्भ कराने, जलनिगम अवर अभियंता द्वारा की गई पैमाइश का स्थलीय निरीक्षण करने और क्षेत्रीय पंचायत जन प्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर नियमानुसार कार्य करवाने की मांग की गई है। ग्रामीणों ने जलनिगम अधिशासी अभियन्ता को भी ज्ञापन सौंपा।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम सिंह अधिकारी ने बताया कि इस योजना में जल जीवन मिशन के तहत कार्य किया जाना है। ठेकेदार को कुछ धनराशि भुगतान भी कर दी गई है। उहोंने कहा कि मामले में पेयजल निगम की भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने इस योजना की जांच की मांग की।
कांग्रेस नेता गोपाल देव ने कहा कि धूराफाट क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर यह योजना बनाई गई है। लेकिन अभी तक कार्य नहीं हुआ है ठेकेदार को विभाग द्वारा लाभ दिया जा रहा है। उहोंने कहा यदि जरूरत पड़ी तो आंदोलन किया जायेगा।
Reporter: संजय